tag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post2448120441970887555..comments2023-10-30T16:58:10.967+05:30Comments on अमीर धरती गरीब लोग: भाई साब रुकिये तो,कहां चले जा रहे हैं?पहचान नही रहे है क्या?मै प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल्।Anil Pusadkarhttp://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-83935124342005774122009-01-16T19:36:00.000+05:302009-01-16T19:36:00.000+05:30neta bhashan dete hain doctor ko gaon hejenge khud...neta bhashan dete hain doctor ko gaon hejenge khud wahan jhakne nahi jate.Log doctor banana chate hain neta college nahi kholteAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-58202595373695439892008-12-19T16:54:00.000+05:302008-12-19T16:54:00.000+05:30बहुत सही बॉस!बहुत सही बॉस!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-5176669797589235112008-12-19T09:06:00.000+05:302008-12-19T09:06:00.000+05:30सरकारी अस्पताल हो या सरकारी स्कूल, सबका यही हाल है...सरकारी अस्पताल हो या सरकारी स्कूल, सबका यही हाल है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-39521356114601869392008-12-19T03:20:00.000+05:302008-12-19T03:20:00.000+05:30नेताजी ने अपने रिश्तेदार को प्रायवेट अस्पताल में...नेताजी ने अपने रिश्तेदार को प्रायवेट अस्पताल में क्यों भर्ती कराया ? यह सवाल सदैव ही अनुत्तरित रहेगा ।<BR/>सरकारी अस्पताल की व्यथा कथा के बहाने आपने वास्तविकता का सुन्दर चित्रण किया ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-59184615798257690472008-12-18T22:18:00.000+05:302008-12-18T22:18:00.000+05:30सरकारी अस्पताल सच कह रहा था। लेकिन हम प्राइवेट की ...सरकारी अस्पताल सच कह रहा था। लेकिन हम प्राइवेट की तरह सोचने लगे हैं।Nitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-33298065436037304522008-12-18T20:12:00.000+05:302008-12-18T20:12:00.000+05:30सटीक विचारणीय उम्दा पोस्ट. यह पोस्ट बहुत कुछ सच स...सटीक विचारणीय उम्दा पोस्ट. यह पोस्ट बहुत कुछ सच सच बयां कर रही है .आभार.महेंद्र मिश्र....https://www.blogger.com/profile/02639240293870813407noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-72653071655781834682008-12-18T19:40:00.000+05:302008-12-18T19:40:00.000+05:30इस देश का यही दुर्भाग्य है अनिल जी जो प्राथमिकताये...इस देश का यही दुर्भाग्य है अनिल जी जो प्राथमिकताये स्वस्त्थ्य सेवाओ को मिलनी चाहिए ,वो सिर्फ़ कागजो में पुरी हो रही है ,इस देश का गरीब इसलिए मजबूरी में प्रिवेत अस्पतालों का खर्च अपना घर बेचकर उठाने को विवश हो रहा है.....इस मामले में मै गुजरात सरकार की प्रशंसा करना चाहूँगा वहां के सरकारी अस्पताल में महंगी दवाये भी उपलब्ध है ओर विशेषग भी...सी एच .सी भी सुचारु रोप से कार्यरत है..... उत्तर प्रदेश का तो भगवान् ही मालिडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-47010166821709073012008-12-18T18:10:00.000+05:302008-12-18T18:10:00.000+05:30yahI satya hai, garib ka mar jaana hi jyada behtar...yahI satya hai, garib ka mar jaana hi jyada behtar hai.private me jaayega to bik jaayega, sarkari me jaayega to ghisat ghisat kar marega.<BR/>तेरहवीं के भोज के खिलाफ मैं भी हूं, लेकिन इसे एक परम्परा मान कर स्वीकार करना न करना हर किसी व्यक्ति के हाथ में है. दिक्कत तब होती है जब सौ में से निन्यानबे लोग इस के विरुद्ध जाने वालों के ऊपर छींटाकशी करने लगते हैं.<BR/><BR/>दिनेश जी के सम्मान के बारे में पढकर अच्छा लगा. कपटी राजनीतिक नेता भी ऐसे नायकों का सम्मान भी तभी करते हैं जब उन्हें लगता है कि इसके करने से उनकी पापुलरिटी बढेगी तथा वोट बैंक में भी बढोत्तरी होगी. आप भी पत्रकार हैं आप तो स्वयं जानते हैं कि निन्यानबे पत्रकार किस मानसिकता के होते हैं.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-60304141135723179322008-12-18T16:58:00.000+05:302008-12-18T16:58:00.000+05:30खैराती अस्पताल की दशा की क्या कहें। एक जगह तो नवजा...खैराती अस्पताल की दशा की क्या कहें। एक जगह तो नवजात शिशु को मोटे मोटे चूहे ही कुतर गये! :(Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-10718051663243681482008-12-18T16:38:00.000+05:302008-12-18T16:38:00.000+05:30नेताजी अपने रिश्तेदार को सरकारी अस्पताल में तभी ...नेताजी अपने रिश्तेदार को सरकारी अस्पताल में तभी भर्ती करवाएंगे, जब उन्हें उससे कोई बदला निकालना होगा।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-44661697572932886802008-12-18T10:02:00.000+05:302008-12-18T10:02:00.000+05:30वह तो ग़रीबों की मजबूरी है कि सरकारी अस्पताल में ज...वह तो ग़रीबों की मजबूरी है कि सरकारी अस्पताल में जाते हैं. उनके पास काली कमाई होती तो वे भी पाँच सितारा अस्पतालों कि ओर रुख़ करते.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-69371208321132452492008-12-18T10:00:00.000+05:302008-12-18T10:00:00.000+05:30अब जब वे खूद अपने रिश्तेदार को प्राईवेट अस्पताल मे...अब जब वे खूद अपने रिश्तेदार को प्राईवेट अस्पताल मे भर्ती करा रहे हैं तो लोग क्यो मरने के लिये अपने रिश्तेदारो को सरकारी अस्पताल मे भर्ती करायें।<BR/><BR/>आपका सवाल तो लाख टके का है पर समस्या ये है कि नेताजी के पास प्राईवेट अस्पताल का बिल चुकाने को अनाप शनाप माल है जब्की जनता को खाने के लिये भी जोगाअड करनाअ पडता ह्तोइलाज कहां से करवाये ? अगर बडे अस्पतालो की दवा खरीदी आदि मे कमैशन खोरी ही खाली बन्द हो जाये तो जनता का अच्छा इलाज हो सकता है !<BR/><BR/>पर बीच मे ये रक्तबीज हैं सो क्या किया जा सकता है !<BR/><BR/>राम राम !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-18464010906602452842008-12-18T07:22:00.000+05:302008-12-18T07:22:00.000+05:30सत्य चिंता व्यक्त की आपने .सत्य चिंता व्यक्त की आपने .विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-63023163812599296912008-12-18T07:05:00.000+05:302008-12-18T07:05:00.000+05:30विचारपरक !विचारपरक !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-42962306178329860792008-12-18T02:17:00.000+05:302008-12-18T02:17:00.000+05:30बिलकुल सही लिखा आप ने लोग क्यो मरने के लिये अपने ...बिलकुल सही लिखा आप ने लोग क्यो मरने के लिये अपने रिश्तेदारो को सरकारी अस्पताल मे भर्ती करायें। <BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com