tag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post4710188693705188060..comments2023-10-30T16:58:10.967+05:30Comments on अमीर धरती गरीब लोग: इश्क़ मे ज़ालिम तेरे हमे रिक्शा तक़ चलाना पड़ा मगर तू है के फ़िर भी ………………Anil Pusadkarhttp://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-22360932582532793872010-03-19T23:09:32.004+05:302010-03-19T23:09:32.004+05:30अब तो बस किसी को बहला-फ़ुसला को फ़ंसा लो तो हो सकत...<a rel="nofollow">अब तो बस किसी को बहला-फ़ुसला को फ़ंसा लो तो हो सकता है आपकी ये अंतिम इच्छा पूरी भी हो जाये।</a><br /><br />क्या गजब करते हो जी!?<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-41631282857985669852010-03-11T00:06:23.001+05:302010-03-11T00:06:23.001+05:30अनिल भाई को होली का तिरंगा सलाम , मै आपका छोटा ....अनिल भाई को होली का तिरंगा सलाम , मै आपका छोटा ............... हू ! कालेज के ज़माने से पीछे पीछे सिटी बस से शंकर नगर से युनिवार्सियी यु टी डी तक कटोरा तालाब पेंशन बड़ा होकर चले पी. जी . तक के सफ़र की कई सुहानी यादे है ! सब कुछ शहर के आपके दीवाने मस्ताने तो जानते है आपने नान - सेंसों की खबर और अज्जू की महनती फोटो को ब्लॉग में लिख कर पूरे ब्लॉग के दीवाने मस्तानो को भी बता दिया की समस्या कितनी गंभीर हो हो गयी हैAjay Tripathihttps://www.blogger.com/profile/09626682756610333149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-23947948258524003222010-03-07T01:59:33.416+05:302010-03-07T01:59:33.416+05:30अनिलजी, उम्र तो हमारी है, तो फिर आप उस रिक्शे पर क...अनिलजी, उम्र तो हमारी है, तो फिर आप उस रिक्शे पर क्या कर रहे हैं? :)<br /><br />मज़ा आया..Pratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-10283051564152401402010-03-06T18:46:25.284+05:302010-03-06T18:46:25.284+05:30बढ़िया पोस्ट .. नानसेंस टाईम्स मे छापी गयी इमेजि...बढ़िया पोस्ट .. नानसेंस टाईम्स मे छापी गयी इमेजिंग फोटो आपके पोस्ट में देख बहुत ख़ुशी हुई ...मेहनत सफल हो गयी ...धन्यवाद आपकाAjay Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16737130267655505326noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-29498476912621997652010-03-06T11:23:16.342+05:302010-03-06T11:23:16.342+05:30मर्द तो 'साठे 'में 'पाठे ' होते ह...मर्द तो 'साठे 'में 'पाठे ' होते हैं अनिल भाई ! अभी कौन देर हो गयी आप पैडल मारो ,रिक्शा सही जगह जा राया है !मुनीश ( munish )https://www.blogger.com/profile/07300989830553584918noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-85306493887665501462010-03-06T09:10:12.618+05:302010-03-06T09:10:12.618+05:30मैं तेरे प्यार में क्या-क्या न बना,
दिलबर जाने ये ...मैं तेरे प्यार में क्या-क्या न बना,<br />दिलबर जाने ये मौसम...<br /><br />ये पोस्ट सबूत है उन ब्ल़ॉगरों के लिए जो सिर्फ विवाद या पॉपुलर नामों के ज़रिए ही अपनी पोस्ट हिट कराना चाहते हैं...अपने पर चुटकियां लेना भी सीखिए...अनिल भाई अपने वीक पाइंट्स को भी लिखते वक्त कितना मज़ेदार बना देते हैं...यही है वो सच्चाई जो पसंद की जाती है...अनिल भाई के यही गुण कुछ कुछ महफूज़ में भी है...इसीलिए दोनों की ज़बरदस्त फैन फॉलोइंग है...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-36893808386326871552010-03-06T09:00:42.158+05:302010-03-06T09:00:42.158+05:30अरे कौन कहता है कि आप घिसे हुए सिक्के हो? बिल्कुल ...अरे कौन कहता है कि आप घिसे हुए सिक्के हो? बिल्कुल गलत बात है यह। अनिल जी, आप तो खरा सोना हो जिसे जब चाहे तब भुनाया जा सकता है।<br /><br />और हाँ अनिल जी, यदि आपके मित्र और हितैषी सभी मिलकर आपका काम ना साध पायें तो आप हमसे मिल लेना, बात की बात में आपका काम हो जायेगा।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-87012080883019907192010-03-06T08:20:10.233+05:302010-03-06T08:20:10.233+05:30khud par vyangya karna asan kaam nahin bhaia.. mag...khud par vyangya karna asan kaam nahin bhaia.. magar ye baat aap par laagoo nahin hoti.. :)दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-76359852689528974552010-03-06T03:29:48.209+05:302010-03-06T03:29:48.209+05:30वाह भैया, क्या खूब बात है. डबल होने का ख्याल बहुत ...वाह भैया, क्या खूब बात है. डबल होने का ख्याल बहुत ही खुशखबरी भरा है. भैयाजी जल्दी कीजिये, बारात कब जाना है. ताकि बड़े भैया के बाद छोटे का भी लाइन क्लियर हो.shankar chandrakerhttps://www.blogger.com/profile/09208836301160451575noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-63509226752854224072010-03-05T20:40:39.482+05:302010-03-05T20:40:39.482+05:30Badiya post :D
photo bhi bahut khub hai jiiiiiiiii...Badiya post :D<br />photo bhi bahut khub hai jiiiiiiiiii :)रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-66170207366473681552010-03-05T20:03:47.400+05:302010-03-05T20:03:47.400+05:30इस पोस्ट मे अगर ये गाना होता तो और मजा आ जाता ।
म...इस पोस्ट मे अगर ये गाना होता तो और मजा आ जाता ।<br /><br />मे रिक्सा वाला ताव ग, रिक्सा के चलइया ।<br />चार सवारी एमा बइठ ही , आघु डाहर चढ़ जा ।<br />रेगत जाबे दुख ल पाबे , रिक्सा मे आ चढ़ जा ॥ <br />मे अनिल पुसदकार हरो गा , रिक्सा के चलइया ।युवराज गजपालhttps://www.blogger.com/profile/00404215435077834949noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-6285729090324742252010-03-05T20:02:44.336+05:302010-03-05T20:02:44.336+05:30इस पोस्ट मे अगर ये गाना होता तो और मजा आ जाता ।
म...इस पोस्ट मे अगर ये गाना होता तो और मजा आ जाता ।<br /><br />मे रिक्सा वाला ताव ग, रिक्सा के चलइया ।<br />चार सवारी एमा बइठ ही , आघु डाहर चढ़ जा ।<br />रेगत जाबे दुख ल पाबे , रिक्सा मे आ चढ़ जा ॥ <br />मे अनिल पुसदकार हरो गा , रिक्सा के चलइया ।युवराज गजपालhttps://www.blogger.com/profile/00404215435077834949noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-8078688826995059442010-03-05T18:27:24.754+05:302010-03-05T18:27:24.754+05:30फोटो तो कल देख ली थी , कुवारे लोग ऎसा नही करेन्गे ...फोटो तो कल देख ली थी , कुवारे लोग ऎसा नही करेन्गे तो क्या हम जैसे जवान होते बच्चो के बाप ऎसा करेन्गेdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-81167188510839748192010-03-05T18:22:24.792+05:302010-03-05T18:22:24.792+05:30फोटो देख कर अच्छा लगा...कहानी पढ़कर आँसू टपकते टपक...फोटो देख कर अच्छा लगा...कहानी पढ़कर आँसू टपकते टपकते बचे...<br /><br /><br />हाय!! ये एक्सपायरी डेट क्यूँ आती है!! :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-69791593254727133852010-03-05T17:24:35.658+05:302010-03-05T17:24:35.658+05:30:-)))
बहुत बढिया हास्य व्यंग्य रचना!!
आपकी मित्रमं...:-)))<br />बहुत बढिया हास्य व्यंग्य रचना!!<br />आपकी मित्रमंडली में तो दुर्योधन,शिशुपाल जैसे इतिहासिक खलनायक भी सम्मिलित हैं :-)Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-46960326048467239422010-03-05T17:24:35.659+05:302010-03-05T17:24:35.659+05:30ये डाक्टर साहब या तो अच्छे दोस्त हैं या जबरदस्त दु...ये डाक्टर साहब या तो अच्छे दोस्त हैं या जबरदस्त दुश्मन :)<br />भाई जब राहुल महाजन के लिए लाइन लग सकती है तो अपने गबरू जवान में क्या कमी है? और आजकल <br />अनिल हैं भी सुनहले पर्दे में आज ही एक छत्तीसगड़ी फिल्म के लौंचिंग में पाये गए.<br />डाक्टर साहब शायद अपने परम मित्र को खोना नहीं चाहते भविष्य का आंकलन करके .<br />वैसे एक ब्लागरशादी डॉट कॉम खोला जा सकता है कई अविवाहित युवक युवतियां हैं यहाँ, क्या ख़याल है ...प्रश्न सबसे हैडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-939701210667786102010-03-05T17:14:04.588+05:302010-03-05T17:14:04.588+05:30कैसे कहें हम , इश्क ने क्या क्या , हमको खेल खिलाये...कैसे कहें हम , इश्क ने क्या क्या , हमको खेल खिलाये<br />वो बैठी हमको , उल्लू समझे , हम रिक्शा खेंचे जाएँ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-17361651463492731852010-03-05T16:28:19.786+05:302010-03-05T16:28:19.786+05:30अनिल भाई आपके रिक्शे के लिये यह एक पूरी कविता ----...अनिल भाई आपके रिक्शे के लिये यह एक पूरी कविता ------------------------<br /> <b>( रिक्शेवाला )<br /><br /><br />उसके पाँवों में इकठ्ठा ताकत <br />शाम को रोटी बन जायेगी <br />माथे से टपकता पसीना <br />नन्हे बच्चे के लिये दूध <br />आँखों के आगे गहराता <br />नसों से निकलता अन्धेरा <br />गवाह रहेगा <br />आनेवाली खुशहाल सुबह का <br /><br />रिक्शे की गुदगुदी सीट पर <br />बैठने का सामर्थ्य रखने वाले लोग <br />राह चलते रोयेंगे <br />खाली जेबों का रोना <br />समय काटू बातों के बीच <br />पूछेंगे शहर के मौसम <br />और सिनेमा हॉल में लगी <br />नई फिल्म के बारे में <br />खस्ताहाल सड़कों को लेकर <br />शासन को गालियाँ देते हुए <br />उतरते वक़्त थमा देंगे <br />रेज़गारी के साथ <br />उसके लुटेरे होने का प्रमाणपत्र <br /><br />वह जानता है <br />इन थुलथुल व्यक्तियों के पास <br />लिजलिजी दया के अलावा <br />और कुछ नहीं है । <br /> - शरद कोकास</b>शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-39255234320565954562010-03-05T15:24:47.468+05:302010-03-05T15:24:47.468+05:30भाटिया जी की बात पर ध्यान दिया जाना चाहिये.:)
वैस...भाटिया जी की बात पर ध्यान दिया जाना चाहिये.:)<br /><br />वैसे सही कहूं हंसी आरही है.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-76335859986697803372010-03-05T14:14:24.571+05:302010-03-05T14:14:24.571+05:30hmm, baat to sahi kah rahe ho mahesh bhaiya, guru ...hmm, baat to sahi kah rahe ho mahesh bhaiya, guru ne to le de ke apna jugad lagaane ka rasta dhundh liya aur aazma bhi rahe hain is bhari garmi me ;)<br /><br />ab apan kya karein, chalo dekhte hain ki ye guru pahle safal hote hain ya apni chandal chaukdi ke bahkave me bas rikshaw hi chalate rahenge ;)Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-9178125157606428822010-03-05T13:47:30.300+05:302010-03-05T13:47:30.300+05:30:):)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-56087180315299160092010-03-05T12:39:40.603+05:302010-03-05T12:39:40.603+05:30अरे अरे क्यो अपनी आजादी कॊ दांव पर लगाने पर तुले ह...अरे अरे क्यो अपनी आजादी कॊ दांव पर लगाने पर तुले है....आप के यह सब दोस्त नही दुशमन है खुद तो बीबियो की गुलामी कर रहे है.... ओर आप को आजाद देख कर जलते है, काश मेरे पास भी एक रिक्क्षा होता, ओर जिस पर बडे बडे अक्षरो मे लिखा होता सिर्फ़ हसीनाओ के लिये है यह रिक्क्षा ओर रिक्क्षे वाला, बस फ़िर तो मोजा ही मोजा, जनाब आप तो खुब जंच रहे है, अगर दो चार पोस्टे आप ने खुश हो कर दे दी तो देखे आप के दोस्त भी रिक्क्षा ले कर आप के पीछे पीछे ना आ जाये, सब गुलाम है बीबीयो के, ओर आप की आजादी से जलते है, खुश रहे ओर खुब रिक्क्षा चलाये, इसी बहाने हम भी आंखे सेंक लेगे जी.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-31022134440355673772010-03-05T12:26:35.035+05:302010-03-05T12:26:35.035+05:30मुझे तो लगा की पुसदकर भाई इन दिनों किसी रोमान्टिक ...मुझे तो लगा की पुसदकर भाई इन दिनों किसी रोमान्टिक फ़िल्म की पटकथा लिख रहे हों ....मगर .....<br />वाह क्या फोटो है -बिलकुल असलियत है यह मगर कितनी घटिया सोच है वो रिक्शे पर बैठने वाली की न !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-7100113212345865372010-03-05T12:12:38.424+05:302010-03-05T12:12:38.424+05:30खट्टी इमली है या करैला है
एक मेला है या झमेला है
प...खट्टी इमली है या करैला है<br />एक मेला है या झमेला है<br />प्यार क्या है वे बतायें कैसे<br />जिसने ये खेल नहीं खेला है।<br />बहुत अच्छी प्रस्तुति।<br />इसे 06.03.10 की चिट्ठा चर्चा (सुबह ०६ बजे) में शामिल किया गया है।<br />http://chitthacharcha.blogspot.com/मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-888249383229493424.post-48886331395949215022010-03-05T12:11:29.437+05:302010-03-05T12:11:29.437+05:30भाई अनिल जी, हम तो आपकी समस्या सुलझा नहीं सकते, क...भाई अनिल जी, हम तो आपकी समस्या सुलझा नहीं सकते, क्योंकि राजस्थान में तो वैसे ही लड़कियों का प्रतिशत कम होता जा रहा है, लड़के आजकल जल्दी उम्र में ही लपक लेते हैं। आप राखी सावंत के स्वयंवर में क्यों नहीं गए, बेचारी अभी तक कुंवारी है। मजाक कर रही हूँ, बुरा मत मानिए। बहुत ही अच्छा व्यंग्य था, बहुत आनन्द आया।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.com