एक पल के लिए मुझे ऐसा लगा कि मैं सपना देख रहा हूँ। फिर ऐसा लगा कि सामने से आ रहा ट्रक उड़ने को बेकरार है। और घबराकर मैंने अपनी सफारी वहीं रोक दी। मैं डीजल भरवाने के लिए गाड़ी आगे बढ़ाने के बजाय रिवर्स कर पेट्रोल पंप के बाहर निकल आया। मेरे जैसा हाल तकरीबन हर गाड़ी चलाने वालों का था। ये नज़ारा था धमतरी जाने वाले हाईवे के पचपेढ़ी नाका रिंगरोड चौक के पेट्रोल पंप का।
एक बार तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि कोई ट्रक पीछे के चार पहियों पर खड़ा हो सकता है। सामने खड़े ट्रक के दोनों पहिए सड़क छोड़कर ऊपर उठ गए थे। और ट्रक रनवे से टेक ऑफ करते प्लेन की तरह नज़र आ रहा था। मुझे लगा कोई बाज़ीगर बाज़ीगरी दिखा रहा है। फिर ख्याल आया, आजकल टीवी पर शाबास से लेकर बहादुर बनने तक के कारनामें दिखाए जाते हैं। मैंने सोचा शायद कोई रिकॉर्ड बनाने के लिए ट्रक को हवाईजहाज बना रहा हो। फिर ख्याल आया, कि कहीं कोई लफड़ा ज़रूर है।
तब तक मैं संभल भी चुका था। नीचे उतरा और जाकर देखा तो सारा माजरा समझ में आ गया। डीजल बचाने और एक ही चक्कर में ज्यादा भाड़ा कमाने की लालच में ट्रांसपोर्टर ने ट्रक की औकात से ज्यादा माल भर लिया था। ऐसा अक्सर मैंने हाथ ठेले और रिक्शा के साथ होते देखा था। पहली बार ट्रक के अगले दो पहिए हवा में उठते देखा। कभी लग रहा था घोड़ा दो टाँगों पर खड़ा होकर हिनहिना रहा है, तो कभी लग रहा था हवाई जहाज उड़ने को तैयार है। अब आप ही फैसला कीजिए कि ये ट्रक वाला कर क्या रहा है ? हाँ ! एक बात ज़रूर है सामने से उसे आता देख एक पल के लिए ऐसा लगा कि साक्षात् यमराज ताण्डव करते चले आ रहे हैं। इस हैरतंगेज नज़ारे को आप के लिए भी पेश कर रहा हूँ। देखिए और बताईए कैसा लगा ? कमाल मेरा नहीं, ट्रक ड्राइवर का नहीं, माल भरने वाले का।
एक बार तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि कोई ट्रक पीछे के चार पहियों पर खड़ा हो सकता है। सामने खड़े ट्रक के दोनों पहिए सड़क छोड़कर ऊपर उठ गए थे। और ट्रक रनवे से टेक ऑफ करते प्लेन की तरह नज़र आ रहा था। मुझे लगा कोई बाज़ीगर बाज़ीगरी दिखा रहा है। फिर ख्याल आया, आजकल टीवी पर शाबास से लेकर बहादुर बनने तक के कारनामें दिखाए जाते हैं। मैंने सोचा शायद कोई रिकॉर्ड बनाने के लिए ट्रक को हवाईजहाज बना रहा हो। फिर ख्याल आया, कि कहीं कोई लफड़ा ज़रूर है।
तब तक मैं संभल भी चुका था। नीचे उतरा और जाकर देखा तो सारा माजरा समझ में आ गया। डीजल बचाने और एक ही चक्कर में ज्यादा भाड़ा कमाने की लालच में ट्रांसपोर्टर ने ट्रक की औकात से ज्यादा माल भर लिया था। ऐसा अक्सर मैंने हाथ ठेले और रिक्शा के साथ होते देखा था। पहली बार ट्रक के अगले दो पहिए हवा में उठते देखा। कभी लग रहा था घोड़ा दो टाँगों पर खड़ा होकर हिनहिना रहा है, तो कभी लग रहा था हवाई जहाज उड़ने को तैयार है। अब आप ही फैसला कीजिए कि ये ट्रक वाला कर क्या रहा है ? हाँ ! एक बात ज़रूर है सामने से उसे आता देख एक पल के लिए ऐसा लगा कि साक्षात् यमराज ताण्डव करते चले आ रहे हैं। इस हैरतंगेज नज़ारे को आप के लिए भी पेश कर रहा हूँ। देखिए और बताईए कैसा लगा ? कमाल मेरा नहीं, ट्रक ड्राइवर का नहीं, माल भरने वाले का।
7 comments:
ये कमाल हम तक तो आपने ही पहुंचाया है !
अन्य वाहन इस स्थिति में सबने देखे होंगे !
पर ट्रक आज पहली बार ! फोटो भी आपने
लगे हाथ छाप दी ! ये सरासर गैरकानूनी
काम है पर हर ट्रक वाला कर रहा है ! सबके
अपने अपने तर्क हैं ! अगर इसके पीछे कोई
होता तो क्या होता ? इस घटना के लिए नही
पर इसको फोटो सहित दिखाने के लिए आपको
धन्यवाद देना पडेगा ! वैसे आपकी जागरूकता
के तो हम कायल ही हैं !
कभी लग रहा था घोड़ा दो टाँगों पर खड़ा होकर हिनहिना रहा है-मुझे तो एक नजर में ये ऐसा ही लगा।
mast hai..
देखने मे तो मजाक लगता हे, लेकिन अगर सडक पर चलते समय कोई बडा हादसा हो जाता तो कोन जिम्मेदार होता, ट्र्क के मालिक को बहुत ज्यादा चालान करना चहिये, ताकि ओर भी इस बात से सीख ले सके,
धन्यवाद
आप ने ट्रक के पीछे नही देखा, वहां लिखा था
**मेरा देश महान** यह हमारी बीबी की टिपण्णी हे
Wow, That's unbelievable. Your blog is very informative.
ha ha ha great pic and article , first time seen this type of picture, but ye hai kee "jaisee kernee vaisee bhrenee" ab overload ka to yhee nateeja hoga na, but strange...
Regards
hahaha sahi hai
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