पेश है तरुण की आपत्ति के बाद एक रियल माइक्रो पोस्ट्।कल शनिवार की रात कुछ पुराने दोस्त मिले। हमारे ग्रुप ने उन्हे साथ ख़ाना खाने की दावत दी।उनमे से कुछ ने कहा वे शनिवार को उपवास रखते हैं।मैने देख़ा वे सिगरेट पी रहे थे और कुछ गुट्ख़ा ख़ा रहे थे।मैं सिर्फ़ यही सोच सका शायद उपवास मे अन्न ख़ाना मना है,सिगरेट और गुटख़ा तो उस समय था ही नही इसलिये शायद उस बारे मे कोइ नियम तय नही था?
24 comments:
अजी शुक्र करो कही दारू नही शुरु की :) हम क्यो उस भगवान को भी टोपी पहनाने की कोशिश करते है समझ मै नही आता,वेसे मेने देखा है जो लोग ज्यादा ढकोसला करते है वही भगवान को भी ज्यादा कोसते है , गालिया देते है, अपनी कमजोरी का कसुर वार उसे ठहराते है,
धन्यवाद एक सची बात कहने के लिये.
दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ और शुभकामनाये !आप कॊ ओर आप के परिवार को दिपावली के दीपो की तरह से आप सब का जीवन भी रोशनी से चमकता रहे.
Fir upwas rakhne se fayada hi kya hai?
अिनल जी,
अच्छा कटाक्ष िकया है आपने । ज्योितपवॆ आपके जीवन में खुिशयों का आलोक िबखेरे , यही मंगलकामना है । दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं ।.
सर जी, एक जैन साहब को जानता हूँ जो बिना प्याक लहसून का चिकन खाते हैं..जैन हैं न-प्याज लहसून मना है. :)
आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
सिगरेट वे अपने खाये हुये अन्न का हवन कर रहे होते होंगे!
इसीलिये हम उपवास रखना छोड दिये, व्हाट एन आईडिया सर जी ..........
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें ।
अनिल जी ये सब मन को समझाने की बातें हैं ! वरना आदमी अपनी सुविधा से सब तय करता है ! यानी कायदे कानून हर चीज के अपनी सुविधा अनुसार बना लेता है ! अच्छा चिंतन किया आपने ! धन्यवाद !
दीपावली की परिवार और इष्ट मित्रो सहित आपको हार्दिक बधाई और आपके इन मित्रो को भी ताऊ की तरफ़ से शुभकामनाएं !
सुंदर चिंतन | दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ और शुभकामनाये
सिगरेट उनकी अगरबत्ती है.
बहुत सुंदर लिखा है. दीपावली की शुभ कामनाएं.
ढोंग, ढकोसला, ढपोरशंख. ये ढ से कोई ढंग का शब्द ही नहीं है क्या?
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.
दीपावली की हार्दिक बधाई !! ज्योति का यह पर्व आपके जीवन से निराशा का तम नष्ट करके आपको आशा उत्साह शांती प्रगती रुपी ज्योति प्रदान करे ॥
इस तरह के ढकोसलों से तो मुझे चीढ़ है। आपने संक्षेप में पते की बात की।
दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं..
उपवास कर रहे हैं पर अपनी दवाई तो लेंगे ही! :-)
Tabhi to kahte hain ki GUD KHANA MAGAR GUDYANI SE PARHEZ.Log apni baat ko jayaj tahrane ka bhi rasta nikal hi lete hain Anilji.Hamari aurse aap to diwali ki subh kamnayen swikar kijiye. aur jo upwas rakhkar gutkha kha rahe hain unko unke haal par chhod dijiye. What an idea sirji.
fir jigar usi bewafa par marten hain,
fir wahi jindagi humari hai.
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Shoaly ki mousi se lekar aap ke blog ne bataya.. baat sahi hai lekin.. Beta yeh lat bhala kisi se chhuti hai kabhi?..
kya karen mousiji humen cigarette, gutkha, daru me Paramatma hi nazar aaten hai, humara dil hi kuchh aisa hai.
ऐसे लोगों से तो मैं भी मिल चुका हूँ ! और कुछ लोग जो किसी दिन मांस नहीं खाते पर दारु जरूर पीते हैं... और मांस खाने के लिए भी १२ बजे का इंतज़ार !
yahan log dikhave men adhik vishwas rakhte hain, sir.
दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
आपका आइडिया दमदार है सर जी।
दीप पर्व की शुभकामनाएँ।
****** परिजनों व सभी इष्ट-मित्रों समेत आपको प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। मां लक्ष्मी से प्रार्थना होनी चाहिए कि हिन्दी पर भी कुछ कृपा करें.. इसकी गुलामी दूर हो.. यह स्वाधीन बने, सशक्त बने.. तब शायद हिन्दी चिट्ठे भी आय का माध्यम बन सकें.. :) ******
आप ला सुरहुत्ती, देवारी अउ मोरधन (गोरधन)पूजा के कोरी कोरी बधई ।
हमारे मन का दीप खूब रौशन हो और उजियारा सारे जगत में फ़ैल जाए इसी कामना के साथ दीपावली की आपको और आपके परिवार को बहुत बहुत बधाई।
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