Sunday, January 25, 2009

ब्रेकिंग न्यूज़:बैलाडिला मे नक्सलियो ने पेट्रोल पप फ़ूंका,कई ट्रके आग के हवाले

बस्तर बंद के नक्सलियो के फ़रमान के बाद भी धीरे-धीरे वापस सामान्य हो रहे बस्तर के बैलाडिला के इकलौते पेट्रोल पंप को फ़ूंक कर नक्सलियो ने उसकी रफ़्तार पर रोक लगा दी है।बैलाडिला के पंप पर ही उस इलाके की ईंधन आपूर्ती का जिम्मा है।वंहा नक्सलियो का दल गोलिया भी बरसा रहा है। नक्सलियो ने कई ट्रको मे आग लगा दी है।गौरतलब है कि नक्सलियो ने हाल ही मे चार पुलिस वालो का अपहरण भी किया है।

बैलाडिला मे कुछ देर पहले अचानक नक्सलियो ने पेट्रोल पंप पर धावा बोल कर उसे आग के हवाले कर दिया।इससे पहले किसी को कुछ समझ मे आता नक्सलियो ने आगे खडी ट्रको को आग लगा दी।नक्सली यहा रूके नही बचेली रोड पर बांध के किनारे के एक गैरेज मे खडी दर्ज़नो गाडियो को फ़ूंकने के लिये वे वहां गोलिया बरसा रहे हैं। नक्सलियो के अचानक हुए इस हमले के बाद सारे इलाके मे मरघट सा सन्नाटा पसर गया है।

बैलाडिला से रायपुर और जगदलपुर आने वाली गाडियो मे बुकिंग करा चुके यात्रियो की हालत बेहद खराब है। पहले नक्सली यात्रियो को कुछ नही कहते थे मगर हाल की कुछ घटनाओ मे नक्स्लियो ने यात्रियो से भी लूट-पाट की थी जिससे यात्रियो मे भी अब दहशत है।

ये बताना गैर ज़रुरी नही होगा कि बस्तर मे वैसे ही दूसरे इलाको की तुलना मे पेट्रोल पंप काफ़ी कम है।बैलाडिला मे तो वो इकलौता पंप था।उसी पंप पर सारा इलाका निर्भर था। अब उसके जल जाने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था क्या और कैसे होगी ये भी बड़ा सवाल है।लगता है नक्सलियो ने इस बार बिजली ठप करने की बजाय ईंधन आपूर्ती लाईन काट कर आवाजाही ठप करने की योजना बना कर वारदात को अंजाम दिया है।

दरअसल कल ही पोलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करके पांच नक्सलियो को मार गिराने का दावा किया था।संभवतः उसी की प्रतिक्रिया स्वरूप नक्सलियो ने आज बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया हैं। नक्सली सरकार को लगातार वारदात कर बार-बार चुनौती दे रहे हैं,सरकार ने भी दोबारा सत्ता मे आने के बाद नक्सलियो के सफ़ाये का दावा किया था जिसकी अब पोल खुलती नज़र आ रही है।

5 comments:

सचिन मिश्रा said...

jankari ke liye aabhar, gantantra diwas ki hardik subhkamnayein.

Smart Indian said...

इन हत्यारों और लुटेरों के दल का नाम नाक्साली हो या टकसाली, ज़रूरत है उनकी आपराधिक गतिविधियों पर काबू पाकर आम जनता का जीवन सुरक्षित बनाने की. यह जितनी जल्दी हो सके बेहतर है.

दिनेशराय द्विवेदी said...

लगता है नक्सली समस्या पर ढंग से काम ही नहीं हो रहा है। इसे केवल अपराध समझ कर नहीं सुलझाया जा सकता है।

राज भाटिय़ा said...

क्या यह नकसली भारतीया फ़ोज से भी तगडे है?? क्यो नही एक बडा एक्शंन ले कर जनता का जीवन सुखी बनाते ??
धन्यवाद इस खबर के लिये

Gyan Dutt Pandey said...

नक्सली इतालवी माफिया से अलग प्रतीत नहीं होते।