Saturday, October 29, 2011

गरीबों के देश में अमीरी का नंगा नाच,

रेस और मस्ती,रफ्तार और ग्लैमर,हंगामा और पार्टियां,विदेशी बैण्ड,गायिका और डांसरों के जलवे.लेडी गागा का गाने के लिये पहली बार भारत आगमन,पहली बार होने वाली फार्म्यूला वन रेस के भारत के आगाज़ पर.आयोजन पर अरबो रुपये खर्च,प्रचार्-प्रसार पर करोडो बहा दिये गये.कंही कोई कमी नही,कंही किसी चीज़ का अभाव नही.धन-दौलत और एशर्व्य का ज़बर्दस्त प्रदर्शन.मज़ा आ गया.आना भी चाहिये आखिर हमारा देश रफ्तार की बेहद महंगी रेस कराने वाले देशों में अपना नाम लिखाने में सफल हो गया है.कभी देखा है ऎसा ताम झाम हमारे राष्ट्रीय कहलाने वाले खेल हाकी के किसी आयोजन में.स्पांसर तक़ नही मिलते.कंहा तो नंगी-पुंगी लेडी गागा के बेहद महंगे तमाशे का जलवा,और कंहा तो हाकी के खिलाडियों का सुविधाओ के लिये रोना,या कभी-कभार जीत कर आने के बाद चंद रुपयों की खैरात बांटने के विरोध का रोना.हाकी के किसी आयोजन पर विदेशी या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातनाम कलाकार तो दूर अपने यंहा के सुपर छोड लोकल स्टार तक़ नज़र नही आता.अच्छा है होना भी चाहिये रेस भी होना चाहिये उस पर अरबों रुपये का सट्टा भी होना चाहिये,उससे किसी को विरोध नही होना चाहिये लेकिन मेरा सवाल ये है कि महंगाई के इस सबसे कठीन दौर में दम तोडने रही हाकी के उद्धार के लिये क्या कभी इतना तो नही मगर इसका अंश मात्र भी खर्च किया गया है,सरकार या फिर निज़ी कंपनिया क्या कभी राष्ट्रीय खेल के लिये भी सोचेगी?या फिर धन-दौलत,ऎश्वर्य का तमाशा हाकी के कौफिन पर अंतिम कील होगा,वैसे भी क्रिकेट ने कोई कसर नही छोडी है.पता नही लेडी गागा के गाने और रफ्तार के जादू के अद्भुत संगम का नतीजा क्या होगा?पर इतना तो पहले से ही तय है कि इस रेस मे हमारे देश का खिलाडी जीतने वाला नही है,हां इस बात को लेकर उत्सुकता रह सकती है कि क्या वो रेस खतम भी कर पाता है नही.

6 comments:

संगीता पुरी said...

महंगाई के इस सबसे कठीन दौर में दम तोडने रही हाकी के उद्धार के लिये क्या कभी इतना तो नही मगर इसका अंश मात्र भी खर्च किया गया
सरकार कुछ जबाब नहीं दे सकती है !!

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

हमारे यहां सफेद चमड़ी का तो जूता भी सिर पर पहनने का रिवाज़ है फिर गागा तो भारत में रंभाए गी भी. ऐसे में काहे नहीं पगलाएंगे टी.वी. चैनल :)

DUSK-DRIZZLE said...

AB N TO DES MAIN SANSKAR BACHA HAI AISE MAIN JO JITANA NANGA VAH UTANA MAHAN .....

प्रवीण पाण्डेय said...

ऐश्वर्य का प्रदर्शन..

Swarajya karun said...

हकीकत नहीं,कड़वी हकीकत है यह. विचारणीय आलेख. आभार.

Atul Shrivastava said...

गंभीर विषय पर चिंतनीय पोस्‍ट।