56505 नंबर से आया एस.एम.एस. पढ़कर ऐसा लगा कि कोई मुझे शायर बनाना चाहता हैं, लेकिन शायर बनना चाहते हो ? इस सवाल के तत्काल बाद सब्सक्राइब महफिल या शायरी पैक पढ़ते ही माजरा समझ में आ गया। 20 रूपए महीने में ये हर रोज 2 शेर देकर मुझे और मुझ जैसे लाखों करोड़ों लोगों को शायर बनने का न्यौता दे रहें। भला 20 रूपए महीने में 2 शेर रोज पढ़कर कोई शायर बन सकता है ?
ऐसा ही एक एस.एम.एस. पिछले दिनों दशहरे की शुभकामनाओं पर मिला था। वो राज्य के पर्यटन व वनमंत्री बृजमोहन अग्रवाल की ओर से दशहरे का शुभकामना संदेश था। उस संदेश के ठीक नीचे एयर होस्टेस एकेडमी का विज्ञापन भी लिखा था। अब उस संदेश को पूरा पढ़कर ऐसा लगता था कि बृजमोहन अग्रवाल ने एयर होस्टेस ट्रेनिंग एकेडमी खोल ली हो। महापौर की ओर से आए संदेश में बीमा कंपनी का विज्ञापन था। ऐसा लगा महापौर बीमा कंपनी के एजेंट हो गए हैं। थोक में एस.एम.एस. करने का ठेका लेने वाली कंपनियां लगातार एस.एम.एस. कर रही है। अब किस-किस नंबर के एस.एम.एस. पर रोक लगवाएं, समझ में नहीं आ रहा है। कभी-कभी सुविधा के लिहाज से सबसे अच्छा उपकरण अनचाहे एस.एम.एस. के कारण खीज पैदा कर देता है।
21 comments:
जानदार मुद्दा उठाने के लिए शुक्रिया। इसे कवि अशोक वाजपेई को जरूर पढ़ना चाहिए।
acha mudda he
regards
बढ़िया लिखा है..
achchi baat hai, 20 rupaye me lekhak aur shayar paida hone lagen to isse achchi kya baat hogi
चारो तरफ़ पैसा और ग्लैमर है ।कोइ खरीद रहा है इसलिये कोइ बेच रहा है॥ अब गुस्से मे मोबाईल ना फ़ोडियेगा !!हा हा हा
चलिए शायरों की भी दुकान तो खुली।
आपने एक दुखती रग को छुआ है !
sahi kaha aapne.
Very True Mere Bhai, Aapne bilkul thik kha. Hr koi ese message se pareshan He.......
Very True...................
" oh sirf 20 RS mey kya..????????????"
Regards
इससे सस्ता और टिकाऊ तरीका भी है आपके पास
गजल की क्लास चल रही है आप भी शिरकत करिए यहाँ पर जाकर
www.subeerin.blogspot.com
वीनस केसरी
क्या बतायें, इस एसएमएस के नासूर से हम भी हलकान हैं।
janhit ka mudda uthakar aap aaj phir janpakshdhar lekhak ki paant me aa gaye.
ham sab dukhi hain anjani calls aur sms se.
नई तकनीक अपने साथ कई मुसीबतें भी लाती हैं,ये भी उनमें से एक है।
Dunia men kadam kadam par hoshiyar log hain, aapko sambhal sambhal kar chalna padta hai, thoda sa chuke to fanse. koun kab aapka hiteshi banne ka dava kare aur kab aapki jeb katde, pata bhi nahi chalta.
संता बंता डॉट कॉम वाले तो मुफ्त में शायर और शायरी दोनों बनाकर छोड़ते हैं. क्या...जुलुम है..अनिल जी.
हाँ अनिल भाई, अब बीस रुपये में शायर बनाने का दावा करना ग़लत है, कम से कम दो सौ रुपये तो होने चाहिए... मज़ाक कर रहा था. यह एस एम् एस संदेशों और विज्ञापनों के लिए भी एक संहिता (कोड) की ज़रूरत है.
मुझे तो बस जो दिखा वो किसी ने ना देखा.. आपके मोबाईल में 361 मैसेज हैं.. अरे वाह.. फिर तो अधिकतर फारवार्ड किया हुआ ही मैसेज होगा.. कुछ इधर भी भेजिये.. और अगर आप 20 टके वाले शायर बन जाईये तो हम भी आपको गुरू मान कर आपसे कुछ सीख लेंगे.. ;)
अनुराग शर्मा जी (smart indian) से सहमत हूं
केवल इसलिये क्योंकि हम ही उसका विरोध नहीं करते हैं । मैंने मैसेज और काल को लेकर अपनी सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी को काल किया और कहा कि अगर आपने अवांछित मैंसेज और काल बंद नहीं किये तो मैं उपभोक्ता फोरम में जाऊंगा । और परिणाम ये रहा कि तीन दिनों में मेरे सारे अवांछित काल और एसएमएस बंद हो गये अब मैं सुकून में हूं
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