एक बहुत छोटी सी बात जिसके मायने बहुत -बहुत-बहुत ज्यादा बड़े हैं।पता नही ये सच है या नही?लेकिन ये लगता तो बहुत कड़ुवा सच है।रत्ना,कालेज की मेरी जूनियर और अब एक सरकारी कालेज मे प्राध्यापक ने ज़माने बाद मुझे आज एक एस एम एस भेजा।पता नही उसके मन मे क्या था?उसका एस एम एस जस का तस आपके सामने रख रहा हूं।
The hard reality is that,
When you need advice,every one is ready to help you,
But,When you realy need help,every one is ready to advice you..
its sad but true.
क्या लगता है?क्या ये सच है?मुझे तो लगता है कि ये सच है!आपको क्या लगता है बताईयेगा ज़रूर।
23 comments:
Aadarniya Anil bhaiya.....
yeh bilkul sach hai........
यही यथार्थ है!!
उपरलिखित SMS में थोडा सा बदलाव करना चाहुंग...
When you need advice, NO ONE EVEN REALISE WHAT YOU NEED,
But,When you realy need help,every one is ready to advice you..
मैंने अपने जीवन में इसका अनुभव कई दफा किया है...
एक सच है जी
बात दूसरी तरफ की भी है - जब कोई सलाह मांगता है तो उसका ध्येय सलाह नहीं, अपनी सोच का कंफर्मेशन मांगना होता है, बहुधा।
मुफ्त की सलाह देने में किसका क्या जाता है? हाथ हिलाए बिना दानवीर बनने से बेहतर क्या बात होगी. तुलसी दास जी ने कहा भी है, "पंडित सोई जो गाल बजावा ..."
व्यवहारिकता में यही महसूस होता है।
बी एस पाबला
सौ आने सच... गाना भी है ''सुख में सब साथी.. दुःख में ना कोए...''
जय हिंद...
सौ आने सच... गाना भी है ''सुख में सब साथी.. दुःख में ना कोए...''
जय हिंद...
सौ आने सच... गाना भी है ''सुख में सब साथी.. दुःख में ना कोए...''
जय हिंद...
सौ आने सच... गाना भी है ''सुख में सब साथी.. दुःख में ना कोए...''
जय हिंद...
सौ आने सच... गाना भी है ''सुख में सब साथी.. दुःख में ना कोए...''
जय हिंद...
सौ आने सच... गाना भी है ''सुख में सब साथी.. दुःख में ना कोए...''
जय हिंद...
oh, no further advice...
किसी अधिवक्ता से सलाह माँग कर देखिये, सिर्फ सलाह ही नहीं आपको सलाह के साथ बिल भी देगा!
Anil bhaiya....... ek nayi post daali hai dekhiyega...
ये बात सौ फीसदी सही है ! बिल्कुल सच है और ऐसा ही होता है!
अनिल भाई,
सलाह देने में सिर्फ मुंह ही ढीला करना है न...मदद करने में तो खीसा (जेब) ढीला करने की नौबत आ सकती है...इसलिए सलाह-ए-मुफ्त की लूट है...लूट सको तो लूट लो...वैसे कभी-कभी दोस्तों को आजमाने के लिए झूठ-मूठ ही मदद मांगनी चाहिए...कौन कितने पानी में है...सब पता चल जाता है...
जय हिंद...
Hard reality
अनिल भाई यह फॉर्वर्डेड मेसेज है ..इसका कोई अर्थ नही होता सिवाय इसके कि हम आप को याद करते है और आपका मोबाइल नम्बर हमारे पास है ..चाहे तो आप भी हमारा नम्बर दर्ज़ करके रखले ..। यह कटु सत्य है .. विश्वास न हो तो रत्ना जी से पूछ लें ।
सच तो हमेशा कडवा होता है।
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11वाँ राष्ट्रीय विज्ञान कथा सम्मेलन।
गूगल की बेवफाई की कोई तो वजह होगी?
कटु सच की अभिव्यक्ति॥
May be ! Nothing is 'absolute' or 'param' here . You must,however, meet her and convey the blessings of blog-brothers to her !
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