केजरीवाल से नौ लाख रुपये की वसूली बहुत ज़रूरी है?और जो राजा,कन्नीमोज़ी,मारन एण्ड कम्पनी ने किया उसमे,उसमे तो मारन के खिलाफ़ सबूत भी नही मिल रहे हैं
केजरीवाल से नौ लाख रुपये की वसूली बहुत ज़रूरी है?और जो राजा,कन्नीमोज़ी,मारन एण्ड कम्पनी ने किया उसमे,उसमे तो मारन के खिलाफ़ सबूत भी नही मिल रहे हैं।नोट काण्ड़ में अमर सिंह के खिलाफ़ तो सबूत मिलते हैं,मगर अहमद पटेल को क्लीन चिट दे दी जाती है।अजब तेरी कारीगरी रे सरकार।किसी मामले में क्लोज़र भेजा जा रहा है तो किसी मामले में एडिश्नल चार्ज़शीट दाखिल की जा रही है।वाह सरकारी डंडा सिर देख-देख कर चल रहा है।
4 comments:
सरकारी डंडा सिर देख-देख कर चल रहा है...
अपनों को बचाओ और दूसरों को फंसवो ,कांग्रेस की ये निति शुरू से ही रही है पर उसे पता नहीं ये जनता अब सब समझने लगी है|
way4host
सरकारी डंडा होता ही इसलिए है कि देखभाल कर चले।
राजा की अगाड़ी पड़ने का खामियाजा तो भुगतना ही पड़ता है
Post a Comment