Thursday, June 27, 2013

सरकारी माल बांटने के लिये लड रहे हैं.सेवा का इतना ही शौक है तो खुद का माल बांटते!

देश को लूटने,नोचने और खसोटने के लिये तो लडते रहे.देश की समृद्धी विदेशी बैंको में जमा करने मे भी कोई कसर नही छोडी.पर हैरानी की बात तो ये है कि सरकारी माल को बाप का माल बताकर लोटाने के लिये भी लड रहे हैं.सरकार का रुपया किसी पार्टी विशेष का कैसे हो सकता है?अगर दर्द होता तो अपने निजी एकाऊण्ट से बांटते.एक नही सैकडौ ऎसे जनप्रतिनिधी है जिन्हे सब जानते है कि वे क्या थे और क्या हो गये हैं?कुछ् ही सालों में लाखो से सैकडो करोडो की सम्पत्ति के मालिक कैसे बने ये सभी जानते है और कई गुना कमाई बढने का राज भी जगजाहिर है.उसमे से बांटते राहत तो लेते क्रेडिट.बांट रहे है सरकारी माल और उसका भी श्रेय लेने की होड.मारामारी तक पर उतर आये हैं.थू है सालो पर.

3 comments:

arun prakash said...

ek dam 16 aane sahi baat maine apne fb par yahi baat 17 june ko uthaai thi ki ye party vaale kyo nahi apni party fund se ek rupaye ki madad karte ye tathakathit celebrity like big b sachin dhoni aadi kya kar rahe hai jinhe ham bhagvaan ki tarah poojate hai

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

गाल बजाने वाले लोग हैं ये

अजय कुमार झा said...

आम लोगों से पूछते तो वहीं दोनों को ही पीटते लोग , अफ़सोस की बात है कि परिस्थितियों का भी कोई प्रभाव नहीं पडता इनके व्यवहार और सोच पर ।