संजीत मेरे लिये छोटे भाई जैसा और जब मैने उसे जनसत्ता मे अपने सहकर्मी के रूप मे देखा तो मुझे लगा इसमे बहुत कुछ धधक रहा है।वो मेरा जुनियर था और पत्रकारिता मे उसकी वो शुरूआत ही थी।अम्बरीष कुमार,अनिल सिन्हा और अनिल यानी मैं तीन इक्के उसके गुरू थे।उसने पत्रकारिता मे बढिया काम किया और एक दिन वो मुझे पकड कर अपने घर ले गया और उसने मुझे ब्लाग के बारे मे बताया।उसके बाद न केवल उसने मेरा ब्लाग बनाया बल्कि वो सब काम छोड़ कर मेरे आर्टिकल भी पोस्ट करता था।उसने मुझे ज़ोर देकर टाईप करना सिखाया और आज अगर मैं बिना किसी के मदद के पोस्ट करता हूं तो उसका श्रेय सिर्फ़ और सिर्फ़ संजीत को ही जाता है।पता नही मैं पत्रकारिता में कुछ सीखा पाया या नही मगर उसने यकीनन मुझे ब्लाग लिखना सिखाया।मैं उसका गुरू हूं या नही ये कन्फ़र्म नही मगर वो मेरा गुरू है ये कन्फ़र्म है।
आज मैं बहुत दुःखी भी हुं और उतना ही खुश भी।दुःखी इसलिये कि उसे सम्मानित करने वाले पल का मैं साक्षी नही बन सका और खुश इसलिये हूं कि चलो मैं ना सही बड़े-बड़े लोगों के हाथो वो सम्मानित तो हुआ।संजीत का सम्मान हुआ है हिंदी ब्लागिंग के लिये और उसे सम्मानित किया है ब्लाग को प्रोत्साहित करने वाले साहित्यकार जयप्रकाश मानस के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ के पहले वेब पोर्टल सृजन गाथा डाट काम ने।इसी सम्मान से संजीव तिवारी और खुद मैं भी सम्मानित हो चुका हूं इसलिये मुझे और अच्छा लग रहा है।अच्छा है संजीत खूब तरक्की करे ब्लाग जगत मे अपना और छत्तीसगढ का डंका बजाते रहे यही शुभाषिश है।ख्यातनाम लेखक विनोद कुमार शुक्ल,लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार श्रीप्रकाश मिश्र,जाने माने पत्रकार रमेश नैयर,गोविंदलाल वोरा,अनिल विभाकर,रवि भोई जयप्रकाश मानस के हाथों संजीत का सम्मानित होना अपने आप मे उपलब्धी है और मुझे तो ऐसा लग रहा है जिसे वो नही खुद मैं सम्मानित हुआ हूं,संजीत को बहुत बहुत बधाई।उसकी बेबाक कलम चलती रही हमेशा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,।
37 comments:
आप कहां चले जाते हैं इतने दिनों तक...
संजीत को बहुत बहुत बधाई...
संजीत त्रिपाठी को बहुत बहुत बधाई!
badhai evm shubhkamnayen.
संजीत को बहुत बहुत बधाई.
दिल से मौजूद थे आप वहां तो फिर अपराध बोध कैसा ?
आप न थे, निश्चित ही संजीत भाई को बहुत मलाल रहा होगा।
बहुत दिनो बाद आप से मुलाकात हुई . गुरु चेला दोनो को बधाई
arre waah Sanjit....badhaai ho
Anil ji Sanjit ne sirf aap ka hi nahi bahuton ka blog guru hai.....mujhe yaad hai shuru shuru mein mujhe devnagari mein likhne mein ghanton lag jaate the aur milon door baitha Sanjit bahut patiently intizar karta tha meri post mein spelling mistake nikal kar use mere blog par publish karne ke liye...us pe traasdi yeh ki jo post woh already email mein padh kar master jaise glatiyan sudhar kar publish karta tha meri hosla afjaai ke liye us par jaa ke comment bhi karta tha....:)
Sanjit..I will never forget your help in my initial years of blogging ...thank you
संजीत जी को बधाई...
अनिल जी, दुःखी होने और पछताने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपके हृदय में संजीत जी के लिये जो सम्मान है वही उनके प्रति आपकी असली श्रद्धा है।
संजीत जी को (और आपको भी) हार्दिक बधाईयां
प्रणाम
बहुत बढ़िया ...मगर आज के जमाने में अपने जुनिओर को गुरु ?? ठीक है आप ?? :-)
शुभकामनायें आपके गुरु को भी !
संजीत को बहुत-बहुत बधाई. संजीत सफलता की सीढियाँ चढ़ता रहे, यही कामना है.
भैया प्रणाम कैसे हैं आप ? बड़े दिनों बाद आपके ब्लॉग को पढना सुखद है !!
आपकी भावनाओं को मै बारम्बार प्रणामं करता हूँ यहाँ गुरु शिष्य परंपरा की अनूठी मिशल का बड़ा ही अनूठा और शानदार चित्रण आपने किया है यह निश्चित हम नवागंतुकों के लिए सिखने योग्य है .............!!
आपको और आदरणीय संजीत भैया को मै अशेष शुभकामनायें देना चाहता हूँ कृपया स्वीकार करें !!
संजीत जी को बहुत बहुत बधाई !!
संजीत भाई को बधाई.
बहुत कुछ सिखा है आपसे भैया. गुरु तो आप हो और रहोगे मेरे.
कमी तो आपकी खलनी ही थी भैया और खली भी.
द्विवेदी जी ने एकदम सही कहा.
@ अनिता जी, इतनी तारीफ ना करें, मोटा हो जाउंगा मैं ;)
शुक्रिया आप सभी का, स्नेह बनाएं रखें
संजीत जी और आपको बधाई और शुभकामनायें .
संजीत भाई को ढेरों मुबारक बाद !
आप दोनो को बधाई ।
संजीत जी को बहुत बहुत बधाई
संजीत जी को बहुत बहुत बधाई
संजीत जी को बधाई. आपकी एवं अनीता जी की भावनाएं पढ़ कर बहुत सुखद लगा.
संजीत जी को बहुत बहुत बधाई
मुंबई ब्लॉगर्स मीट में आभा मिश्र जी एवं बोधिसत्व जी ने भी ये जिक्र किया था कि संजीत जी ने कई लोगों को अपना ब्लॉग बनाने के लिए प्रेरित किया और मदद भी की .
संजीत को बहुत बहुत बधाई.अनिल जी कई बार ऎसा हो जाता है,
ब्लाग जगत मे मुझे पकड़ कर लाया था संजीत और बीते दिनों जो कुछ ब्लाग जगत मे घट रहा था उससे विरक्ति सी हो गई थी और ब्लाग जगत से नाता लगभग टूट सा गया था मगर एक बार फ़िर वो संजीत ही है जिसके कारण फ़िर से ब्लाग परिवार मे में मैं हाज़िर हुआ और आप सभी का प्यार देखकर अभिभूत भी हूं।सच मे संजीत जैसे लोग ब्लाग जगत की धरोहर हैं उम्र मे भले ही वो छोटा हो मगर मैं इस मामले मे उसका बहुत सम्मान करता हूं,आप सभी ने जो उसपर स्नेहाशिष की वर्षा की मैं उसकी ओर से आप सभी का आभारी हूं।
शुक्रिया आप सभी का, स्नेह बनाएं रखें
संजीत जी को बहुत बहुत बधाई
आदरणीय अनिल भाई साहब को मेरा नमस्कार! कितने दिनों बाद आपके द्वारा लिखी पोस्ट देखने को मिली। त्रिपाठी जी (संजीत जी)को बहुत बहुत बधाई उन्हे प्राप्त सम्मान के लिये।
संजीत को बहुत बहुत बधाई
shows your greatness Anil bhai ! Sanjit is fortunate to have a senior like u and we are thankful to him for bringing you among us !
shukriya aap sabhi ka.
संजीत को बहुत-बहुत बधाई वैसे संजीत मेरे भी ब्लाग गुरु हैं । कपयुटर में हिन्दी पढने व लिखने तथा ब्लागजगत से नाता जोडने में उनका सहयोग ,योगदान , मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिलता रहा जिसके लिये मैं उनकी आभारी हूं।
aap dono hi badhai ke patra hain..aap dono ka sneh dekh khushi hui...sanjeet bhai ko dheron badhai..our anil bhaiya aapke badppan ko naman.....
यह अच्छा है कि इस बहाने ब्लॉगर्स का सम्मान हो रहा है कम से कम जनता पूछेगी तो कि यह ब्लॉग क्या होता है >..।
संजीत जी को बधाई !
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