Tuesday, September 6, 2011

जेल यात्रा शुभ हो.दो सांसद और जा रहे हैं यात्रा पर.शुभसंकेत है शायद लोकतंत्र के लिये,खरीददार और बिकाऊ दोनो साथ-साथ है

जेल यात्रा शुभ हो,अमर सिंह जी.जी नही लिखेंगे तो हो सकता है कि अवमानना का नोटिस मिल जाये.वैसे एक बात तो है अमर सिंह ने वो कम खुद के लिये तो किया नही था?तो फिर उस काम से फायदा मिला किसे था?उनके नाम भी लगता है कि सामने आयेंगे और अमरसिंह को सारी अमरसिंह जी को जेल में अकेलापन नही सतायेगा.फिलहाल दो सांसद और जा रहे हैं यात्रा पर भी.उनकी यात्रा भी शुभ हो.हाहाहाहाहा शुभसंकेत है शायद लोकतंत्र के लिये,खरीददार और बिकाऊ दोनो साथ-साथ है.और बहुत से हैं जो गा रहे हैं कि हम साथ-साथ है.

7 comments:

Gyan Darpan said...

खरीददार तो मजे से राज कर रहे है जी |
अंदर तो बिकाऊ और दलाल जा रहे है|

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

सरकारी मेहमानों की अच्छी खातिर कर रही है सरकार!

रविकर said...

अमर दोहे----

व्यर्थ सिंह मरने गया, झूठ अमर वरदान,
दस जनपथ कैलाश से, सिब-बल अंतरध्यान |
इतना रुपया किसने दिया ?

फुदक-फुदक के खुब किया, मारे कई सियार,
सोचा था खुश होयगा, जन - जंगल सरदार |
जिन्हें लाभ वे कहाँ ??


साम्यवाद के स्वप्न को, दिया बीच से चीर,
बिगड़ी घडी बनाय दी, पर बिगड़ी तदबीर |
परमाणु समझौता


अर्गल गर गल जाय तो, खुलते बन्द कपाट,
जब मालिक विपरीत हो, भले काम पर डांट |
हम तो डूबे, तम्हें भी ---

दुनिया बड़ी कठोर है , एक मुलायम आप,
परहित के बदले मिला, दुर्वासा सा शाप |
मुलायम सा कोई नहीं

खट मुर्गा मरता रहे, अंडा खा सरदार,
पांच साल कर भांगड़ा, जय-जय जय सरकार |

रविकर said...

सूत्रधार सरकार,

पड़ी रेड रेड्डी गए, सीधे कारावास |
सुषमा पर मुश्किल पड़ी, बकती बस बकवास |

बकती बस बकवास, बताओ राजा किसका |
कलमाड़ी भी आज, करोड़ों खा के खिसका |

वोटों की दरकार, अमर की उछली पगड़ी|
सूत्रधार सरकार, अजगर सी सोई पड़ी ||

रविकर said...

सूत्रधार सरकार,

पड़ी रेड रेड्डी गए, सीधे कारावास |
सुषमा पर मुश्किल पड़ी, बकती बस बकवास |

बकती बस बकवास, बताओ राजा किसका |
कलमाड़ी भी आज, करोड़ों खा के खिसका |

वोटों की दरकार, अमर की उछली पगड़ी|
सूत्रधार सरकार, अजगर सी सोई पड़ी ||

रेखा said...

उनके दिन अच्छे से कटे ......

Atul Shrivastava said...

उनकी यात्रा मंगलमय हो...

शुभ यात्रा......