Sunday, December 18, 2011
पता नही इस देश के नेता लोग सिर्फ अपने ही सपने पूरे करने पर क्यों तुले हुये?क्या उन्हे बापू के सपने का भारत याद नही?
अभी पता चला कि गरीबों को कम दाम में अनाज़ मिलने का सपना किसी को दिखा?वैसे ये सपना कुछ राज्यों में पहले ही दिख भी चुका है और किसी किसी ने पूरा भी कर लिया है?पता नही इस देश के नेता लोग सिर्फ अपने ही सपने पूरे करने पर क्यों तुले हुये?क्या उन्हे बापू के सपने का भारत याद नही?क्या उन्हे नेहरु,शास्त्री और पटेल के सपने याद नही है?क्या उन्हे भगत सिंह,आज़ाद और बोस के सपने याद नही है?क्या उन्हे शिवाजी,महाराणा प्रताप और झांसी की रानी के सपने याद नही है?क्या उन्हे विवेकानंद,रामकृ्ष्ण परमहंस और दयानंद सरस्वती के सपने याद नही है?क्या उन्हे तिलक,गोखले और सावरकर के सपने याद नही है?क्या उन्हे सिर्फ अपने सपने ही याद है वो भी वोट दिलाऊ सपने?क्या उन्हे जनता के सपनों से कोई लेना देना नही है?क्या आम आदमी के सपने सच मे सपने ही रह जायेंगे?क्या सरकार के रुपये से वर्गभेद,वर्णभेद के बीज़ बोने वाले नेताओं के सपने ही पूरे होते रहेंगे?क्या सिर्फ नेताओं के ही सपने पूरे होते हैं इस देश में?पता नही मेरे सपनो का क्या होगा?सुकालू दुकालू,समारू,मंगलू और झंग्लू के सपनो का क्या होगा?क्या हम लोगों को सपने देखना बंद कर देना चाहिये?सिर्फ नेता ही सपने देखें और अपने हिसाब से उसे पूरा कर ले.
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1 comment:
पहले उनके तो पूरे हों जाएँ तब और किसी का नंबर आयेगा.
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