अमीर धरती गरीब लोग
Sunday, January 17, 2016
चलो भ्रष्ट अफसर डरने तो लगे.मुकेश गुप्ता ने साबित कर दिया कि काम कंही भी...
1 comment:
प्रवीण पाण्डेय
said...
सच कहा है, काम कहीं भी किया जा सकता है।
January 19, 2016 at 7:53 AM
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सच कहा है, काम कहीं भी किया जा सकता है।
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