साला सडेला सिस्टम अब बिच्छू नही रहा,वो कानखजूरा हो गया है।भ्रष्टाचारी राजा, कलमाडी, कन्नीमोज़ी, मारन, जैसी सैकड़ो,हज़ारों टांगे है।और अब वो डंक मार कर खुश नही हो जाता,खून चूसने लगा है और लगता है आखिरी बूंद तक देश का खून चूसने पर तुल गया है।समय आ गया है कि उसकी राजा,मारन जैसी टांगे तोड़ने से कुछ फ़र्क़ नही पड़ना वाला,इससे कानखजूरा लंगड़ा नही होने वाला,अब तो कानखज़ूरे का काम तमाम किये बिना कुछ नही बदलने वाला।
5 comments:
baba ramdev hi ekmatra sahara hain. anna ka lokpal ek tool ho sakta hai lekin poori shuddhi baba ke saath..
nice
" ek dum sahi boss... parfect kaha hai "
waqt mile to yahan par bhi tasrif laye
हाक थू ...मुजरेवाली इस पुलिश पर
http://eksacchai.blogspot.com/2011/08/blog-post_16.html
sahi kaha hai boss
waqt mile to yahan par bhi tasrif laye sir
हाक थू ...मुजरेवाली इस पुलिश पर
http://eksacchai.blogspot.com/2011/08/blog-post_16.html
अब उम्मीद की किरण नजर आने लगी है। अन्ना हजारे के रूप में।
Post a Comment