Saturday, August 20, 2011

अन्ना सुझाव दे रहे हैं तो मानते नही और अब जनता से विज्ञापन के जरिये सुझाव मांग रही है!सबको मूर्ख समझ लिया है शायद।

जो सुझाव दे रहे हैं,सुझाव देने के लिये अनशन कर रहे हैं,उनकी तो सुन नही रही है सरकार!और अब पब्लिक से सुझाव मांग रही है स्टैंडिंग कमे्टी।मिल रहा है उसे कूड़े में फ़ेंक रहे हैं और विज्ञापन देकर मांगने का बहाना करके पब्लिक को गुमराह कर रहे हैं।आखिर चाह्ती क्या है सरकार,समझती क्या है सरकार जनता को?जनता सब समझ रही है।इस बात को कौन समझायेगा अड़ियल सरकार के आकाओं को।पता नही और क्या-क्या करना पड़े,सब करेगी सरकार बस जनलोकपाल की मांग को छोड़ कर्।

6 comments:

vidhya said...

nice post

anshumala said...

क्या किया जाये ६४ साल से हमें मुर्ख बनाते आ रहे है उनकी आदत हो गई है एक बार फिर वही प्रयास कर रहे है क्या करे आदत से मजबूर है हमें बच के रहना है |

P.N. Subramanian said...

देखते हैं क्या क्या करती है.

Smart Indian said...

उनके लिये सवाल सुधार या राष्ट्र का नहीं, अपनी नाक बचाने का है।

दिगम्बर नासवा said...

Is sarkaar ko jaise taise time pass karma hai... Aandolan ko fail karna hai kisi bhi tareeke se...

Atul Shrivastava said...

सुझाव तो बहाना है...

दरअसल में अखबारों को विज्ञापन के बहाने 'पैकेज' देना है...... तभी तो सरकार की भी लिखेंगे अखबार...

वरना माहौल तो ऐसा है कि.............