Thursday, June 3, 2010
ढोकला सिर्फ़ आपको ही नही हमे भी अच्छा लगता है!
ढोकला!सुनते ही मुंह मे पानी आ जाता है।नर्म और ताज़े ढोकले हो और दोस्तो का साथ हो तो फ़िर कहना ही क्या है!ढोकला अब गुजरात की डिश नही रह गया है और इसकी डिमांड हर जगह होने लगी है।ढोकले की दावत उड़ाने मे कोई पीछे नही रहता।ढोकला अब एक कामन और पाप्यूलर डिश बन गया है और बिना इसके नाश्ते का मज़ा ही नही आता।प्रेस क्लब मे भी सारे सदस्य जब ढोकले पर हाथ साफ़ कर रहे थे तो हमारे क्लब मे ही हमेशा मटरगश्ती करने वाले एक सज्जन जो क्लब के सदस्य नही है पास मे ही धींगा-मस्ती करते नज़र आये।फ़ोटोग्राफ़र राजेश सोनकर का ध्यान उन पर गया तो वो समझ गया कि उन महाशय को भी ढोकला चाहिये।सो राजेश ने उन्हे ढोकला आफ़र कर दिया और उन्होने भी ढोकले पर हाथ साफ़ करके बता दिया कि ढोकला सिर्फ़ हमे नही उन्हे भी बहुत पसंद है।आप खुद देख लिजिये कैसे मज़े से चट्खारे ले-लेकर ढोकले का स्वाद लिया जा रहा है।
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34 comments:
भैया प्रणाम , आपने इसका बड़ा अच्छा चित्रण किया है ...........फोटोग्राफ़र सहित आपको बधाई !!
वाह भइ वाह! वाकइ चित्र देखकर मजा आ गया!
गिल्लू रानी !!!!!!!!!!!!बड़ी प्यारी है!
बहुत ही सुन्दर चित्र हैं ।
यह चित्र यह दर्शाता है अनिल जी कि देश के प्राकृतिक संसाधनों की कमी की वजह से प्राणियों का जीवन स्तर कितने ऊपर चला गया है !:) मनमोहन सिंह जी को इसके लिए बधाई ! धन्य है ऐंसे अर्थशास्त्री जिन्होंने देश में अपनी मजबूत आर्थिक नीतियों के कारण गिलहरियों तक को ढोकला खाना सिखा दिया है ! जल्दी ही ये गिलहरियाँ पास्ता भी खाने लगेगी , चिंता मत करो :)
बहुत बढिया. आखिर स्वाद का पता है
sundar chitra :)
गिलहरियों का स्टैण्डर्ड और ऊपर जा सकता है.. लेकिन भारत के आम जन का कितने नीचे जा सकता है यह सोचकर ही कांप उठता हूं...
बढ़िया चित्र :)
tasty post
:) :) ...अब तो जो मिल जाये सब जायज़ है...और जीवनस्तर तो बढ़ ही गया है...खूबसूरत चित्र
beautiful
हमारे मुंह में भी पानी आ गया
फोटो बडी प्यारी है
प्रणाम
अच्छा चित्रण किया है ........... बधाई !!
आप निरंतर चित्र लेते रहें तो छायाचित्रकारी में भी कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं।
भैय्या प्रणाम,
ऐसे मनोहारी और यूनिक फोटो आप कहाँ से लाते हैं. मुह से यकबयक वाह निकल पड़ता है. आपको बधाई.
अले ले ले ले ले .....
अनिल जी ,
मनमोहन जी का संदेश आया था कह रहे हैं कि ये फ़ोटो चाहिए सरकार की सफ़लता का श्वेत पत्र छपने वाला है उसके कवर पेज पर ये गिलहरी भी छपेगी , ताकि बाद में जनता न हल्ला मचाए कि महंगाई हो रही है , जब गिलहरी ढोकला खा रही है तो फ़िर देश में कोई भी गरीब नहीं है ।
अच्छी तस्वीर निकली राजेश जी ने.. सच है दाने-दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम :) गिल्लू को भी तो जुबां मिली है स्वाद के लिए..
शानदार फोटोग्राफ़ी, रोचल विवरण
ये तो पालतू लगती हैं भाई ।
पर बड़ी क्यूट लग रही हैं ।
भैया.... ढोकला मुझे भी अच्छा लगता है....
देख लिया। मजेदार है। फोटो! ढोकला भी मजेदारै रहा होगा!
Beautiful pics.
गिलहरी रानी को भी ढोकला खिला दिया? बढिया चित्र।
सुन्दर चित्र लिए ,,,सुन्दर लेख
थारे ब्लॉग पर पेली बार आया ,,,आते ही ढोकला खाया ,,,थेंकू भाया
ढोकला तो ढोकला...
इन्हें तो मेरे घर की खिड़कियों की लकड़ी तक भी इतनी ही भाती है
Lovely Picture...aise hi haal rahaa toh bahut jald yeh madam apanaa blog bhi banwaa lengi
अरे भैया ये तो अभी भी उत्ती ही सुन्दर दिख रही है। वाह! जय हो!
So sweet!
भैय्या इडली डोसा खाने वाले केरल में भी इसकी बहुत मांग है. हर महीने हम अपने घर (केरल में) भोपाल का मशहूर गंगवाल कर रेडी मिक्स भिजवाते हैं. आपके क्लब में इस नए मेहमान को देख कर अच्छा लगा. आभार.
बढ़िया फोटोग्राफ्स लिए हैं आपने ! अगली बार गोदियाल साहब की सलाह मानते हुए पास्ता के साथ फोटो खींचिए ! :-)
सुन्दर...
very cute squirrel indeed !
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